Syria War Full Story in Hindi

दोस्तों कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक देश Syria की ऐसी तस्वीरें हमें दिखाई दे रही है, जिन्हें देखकर हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं और तस्वीरों को आपने भी जरूर देखा होगा और आपके मन में यह ख्याल जरूर आता होगा कि आखिर सीरिया में ऐसा क्यों हो रहा है? क्यों हो रहा है आखिर सीरिया में War?


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Syria War
सीरिया में पिछले 1 हफ्ते में 500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें से ढाई सौ से ज्यादा मासूम बच्चे थे और यह काम किसी Terrorist Organisation ने नहीं बल्कि Syria और Russia की मिलिट्री ने किया है। इस पोस्ट के जरिए मैं आपको बताऊंगी की Syria में ऐसा क्यों हो रहा है और कौन कर रहा है ऐसा? 

सीरिया तुर्की के दक्षिण में स्थित एक देश है, जिसकी राजधानी दमस्कत है। Syria की आबादी का 87% Muslim, 10% Christian और 3% में अन्य धर्मों के लोग यहां रहते हैं। सीरिया में हर रोज बेगुनाह लोगों को मारा जा रहा है। सीरिया में इन सब की शुरुआत कब हुई?
सीरिया में इन सब की शुरुआत एक Democracy की मांग को लेकर शुरु हुई। Syria के दरमा नाम के शहर में 2011 में कुछ लोग सीरिया के President बशर-अल-अशद को हटाने और Democracy की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। धीरे-धीरे प्रदर्शन बढ़ता चला गया। इस प्रदर्शन को खत्म करने के लिए और अपनी सीट बचाने के लिए Syria के President ने क्रूरता दिखाते हुए मार्च 2011 में Democracy की मांग कर रहे लोगों पर गोली चला दी और यहीं से हो गई के देश की बर्बाद होने की शुरुआत।

प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली चलाई गई तो सीरिया का President, जिसे लोग पहले से ही नापसंद करते थे। अब उसके खिलाफ सीरिया की जनता में और गुस्सा भर गया और बशर-अल-असद के खिलाफ पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। Syria में सुन्नी मुसलमानों की Population ज्यादा है, लेकिन यहां का President शिया है, इसलिए लोग उसका विरोध और ज्यादा कर रहे थे। जुलाई, 2011 आते-आते आंदोलन करने वालों ने हथियार उठा लिए और सीरिया की Army भी दो भागों में बढ़ गई। Army के कुछ लोग खुद को Free Syrian Army कहने लगे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को Join कर लिया। इनके इस ग्रुप को 'Syrian Rebels' कहा गया। इन लोगों ने Syrian Army को अपने अपने इलाकों से खदेड़ना शुरू कर दिया। अपने हाथ से सत्ता को निकलते देख बशर-अल-असद ने उसे पाने की कोशिश करना शुरू किया। लेकिन उनके विद्रोही हार मानने को तैयार नहीं थे और वह भी आर-पार की लड़ाई कर रहे थे। 2011 में शुरू हुई ये लड़ाई 2012 आते-आते पूरी तरह से गृह युद्ध में बदल गई और बशर-अल-असद ने खुद को बचाने के लिए दुनिया के बड़े-बड़े देशों के सामने हाथ फैला दिए। वही उनके विद्रोहियों के Support में भी कुछ देश आ गए। जिसमें सीधी तरह से सिया बाहुल्य देश Iran बशर-अल-असद के Support में, Russia बशर-अल-असद के Support में, वही Saudi Arab और America बशर-अल-असद के विरोध में सीरिया में  आ गया। वहीं दूसरी तरफ सीरिया के उत्तरी इलाके को मिलाकर कुर्दिश लोग, एक नए देश कुर्दिस्तान की मांग बहुत वक़्त से कर रहे थे। अगर कुर्दिस्तान बनता तो उसमें Turkey का भी कुछ भाग जा रहा था इसलिए इस लड़ाई में Turkey भी कूद गया। बशर-अल-असद के विरोधियों की मदद सऊदी अरब पैसों से कर रहा था और बशर-अल-असद की मदद करने के लिए ईरान ने अपने सैनिक, पैसे और सब सीरिया में भेजना शुरू कर दिया। अब यह बात भी Clear हो गई थी की सीरिया वॉर की वजह से सिया और सुन्नी दो भागों में Divide हो गये थे।

सिया बशर-अल-असद की मदद कर रहे थे और सुन्नी उसके विरोधियों की। सीरिया में अमेरिका, सऊदी अरब, रसिया, फ्रांस, जर्मनी, ईरान, इराक, लेबनॉन, जॉर्डन, यूनाइटेड किंगडम और टर्की जैसे कई बड़े-बड़े देश और कुछ आतंकी संगठन बशर-अल-असद के Support और विरोध में लड़ रहे थे। फरवरी 2018 के आखिरी हफ्ते में ''United Nation Security Council'' ने 30 दिन के संघर्ष विराम का प्रस्ताव पारित किया। लेकिन इसके बावजूद भी बशर-अल-असद की सरकार और रूस के हवाई हमले हो रहे हैं और इनका कहना है कि हमले विद्रोहियों पर किए जा रहे हैं। लेकिन यह बात तो हमने और आपने देख ही लिया है कि हमले विद्रोहियों पर किए जा रहे हैं या बेगुनाह बच्चों पर।

यह भी कहा जा रहा है कि बशर-अल-असद की सेना ने इन हमलों में Chlorine जैसे weapons का इस्तेमाल भी किया है।  यह हमले दमिश के पास गुटा नाम के शहर में किये गए है। रूस का कहना है कि मौजूदा विद्रोही ग्रुप जयस-अल-इस्लाम संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। वह जयस-अल-इस्लाम का कहना है कि जब सीरिया की सरकार United Nation की बात नहीं मान रही तो हम अपने बच्चों की सुरक्षा क्यों ना करें। सीरिया की सरकार पर आरोप है कि फरवरी के आखिरी हफ्ते में इसने 500 से ज्यादा आम नागरिकों को मार दिया है और ब्रिटेन में मौजूद Syrian Observatory Human Rights समूह के मुताबिक मरने वालों आम नागरिकों में ज्यादातर बच्चे हैं। 2011 से लेकर अब तक 5 लाख से ज्यादा लोग मारे गए हैं और 20 लाख से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं और UN के मुताबिक अगस्त 2017 तक 65 लाख लोगों ने इस देश को छोड़ दिया था और अन्य देशों में शरण ली थी।

 दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आप इस पोस्ट के जरिए कुछ हद तक तो जानेंगे कि सीरिया में क्या हो रहा है? और क्यों हो रहा है?
कुछ सालों पहले Syria एक बहुत खूबसूरत और ऐतिहासिक देश हुआ करता था। लेकिन कई सालों से चल रही, इस लड़ाई से देश की हालत एकदम खराब हो गई है। हमारी भगवान से यही दुआ है कि इस देश में अमन और शांति कायम हो जाए और पहले की तरह ही यह सुंदर हो जाये।

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